करवाचौथ प्यार कविता | Hindi Poem Karwachauth

कुछ ऐसे मैं तुमसेअपना प्यार जताऊँ मैं खुश रखूँ तुम्हें सदातुम्हारी भी उम्र बढ़ाऊँ तुम करो सोलह श्रृंगारमैं टकटकी लगाऊँतुम्हें देखूँ हैरान नज़रों सेतुम्हें नज़र लगाऊँतुम्हारी मेंहदी भरी हथेलियांअपनी साँसों से लगाऊँचाँद के जल्दी निकलने कीआस आज़ मैं भी लगाऊँतुम्हें भूखे प्यासे बैठा देखमैं भी अनमना हो जाऊँ तुम्हें पहला घूँटअपने हाथों से पिलाऊँआशीष दूं … Read more

कविता- जीवन आसान रहेगा | Hindi Poem

जितना कम सामान रहेगासफ़र उतना आसान रहेगागठरी जितनी हल्की होगीढोना उतना आसान रहेगा जितने कम हों लोग अच्छासाथ चलना आसान रहेगाजंजाल मोह के कम रहेगेंछोड़ के जाना आसान रहेगा दौलत जितनी कम हो अच्छाप्रभु सुमिरन आसान रहेगाहर पल उसका ध्यान रहेगाउसको पाना आसान रहेगा एकांतता जितनी मिले अच्छीआत्म- ज्ञान आसान रहेगाबंधन सुख दुःख के कटेंगेंसही … Read more

हिन्दी कविता – तू बे-वजह मुस्कुराया कर

तू बे-वजह मुस्कुराया करतू खुशियाँ पास बुलाया कर गम गुज़र जायेंगें बिना छुए तूझेतू हँसकर हाथ मिलाया करआसमां उतर आयेगा आगोश में तेरेथोड़ा चाहत से बाहें फैलाया करहसरतें दिल में दम तोड़ती अच्छी नहींतू खुले दिल से इन्हें जताया करतुझमें बारिशें कभी जो बरसें पुरजोरतू कागज़ की कश्ती तैराया कर अपनी उम्र पे ना जा … Read more

पुरूष कविता

समन्दर पी कर भी प्रेम काकुछ पुरूष रह जाते हैंमरुस्थलबंजर के बंजरनहीं फूटती उनमें कोंपलेंवो रह जाते हैं जीर्ण बीजदेह की असंख्य आकांक्षाएँरखती हैं उनके पौरूष कोस्त्री के प्रेम के अल्हड़पन से वंचितचुलबुलाहट से अनछुआनेत्रों के आलिंगन से अनभिज्ञकिसी सूख चुके गमले से कठोरकिसी कट चुके पेड़ से ठूंठप्रेम उगता रहता हैदूब की भांति इर्द … Read more

हिंदी ग़ज़ल औरत | Ghazal In Hindi

हिंदी ग़ज़ल औरत Ghazal In Hindi

आज़ की औरत हूँ पुरानी रिवायतों के बीच से, एक नया आगाज़ हूँ मैं,दबायी जा रही चीख़ों में, एक पुरजोर आवाज़ हूँ मैं। क्यूं सवाल है तुमको, मेरी खिलखिलाती हंसी पर,कोई क़ैद ए मुज़रिम नहीं, हसरत- ए- परवाज़ हूँ मैं। महज़ गुनगुनाहट नहीं, तेरे हुक्म- ए- तामील की,ख़ुद से ख़ुद में थिरकता, एक मुकम्मल साज़ … Read more

प्रेम कविता | Hindi Love Poem

प्रेम कविता | Hindi Love Poem

तुम मेरे प्रेम मेंयादों के श्रृंगार से सजती हो…तुम मेरी कुछ तो लगती हो… नहीं हासिलतुम्हारी कलाईयों कोमेरी चूड़ियों की खनक…धड़कनों की लय संगइश्क़ की धुनों सी खनकती होतुम मेरी कुछ तो लगती हो… नहीं नसीबतुम्हारी हथेलियों को मेहंदीमेरे नाम की मगर…खुशबू इश्क़ की दावेदार हैसंग- संग तुम भी महकती होतुम मेरी कुछ तो लगती … Read more

पुरुष का दर्द कविता | Hindi Poem

पुरुष का दर्द कविता | Hindi Poem

मैं आदमी हूं साहब
बिन आसूंओं के रोता हूं
पुरुष का दर्द कविता

मणिकर्णिका घाट पर कविता | Hindi Kavita

प्रेम कविताएं| Hindi Kavita

तृष्णाओं के वशीभूतअचैतन्य मन की ऊहा- पोह कोखींच ले जाती हूं बनारस केमणिकर्णिका घाट तकजहां नग्न मृत्यु नृत्य- मग्नऔद्धत्यपूर्ण तांडव करतीनश्वर जीवन के आडंबर कोअंतिम पड़ाव देतीसमस्त चिंताएं सुख दुःखअग्नि से पवित्र हो कुंदन बनआकाश में विलीन होतीबिना भेद भाव, ऊंच नीचअहंकार, ईर्ष्या के विकारों से स्वतंत्रराजा रंक को एकमार्गी करतेपरोक्ष अमर्त्य देवता… आरंभ अंत … Read more

Hindi Poem | हिंदी कविता चाँद पर

हिंदी कविता चाँद पर

चाँद कल रातमैंने अपने कमरे की खिड़की सेबादल की इक टुकड़ी कोचन्द्रमा का अंगरक्षक बने देखाऐसा दृश्य पहले भी कई बार देखा है मैंनेपरंतु कल जिज्ञासा वशउधर से गुज़र रहीएक प्रेतात्मा को रोक कर पूछासुनो ! ये चंद्रमा आज़कल पहरेदारोंको साथ लेकर क्यूं निकलता है भ्रमण परउसने कहा क्यूं तुम्हें नहीं पताचंद्रमा की ज़मीन कासौदा … Read more

Hindi Poem | हिंदी कविता | कुछ सपने गर टूट जाएं

हिंदी कविता कुछ सपने

कुछ सपने गर टूट जाएंफिर वो कभी पूरे नहीं होतेऐसा ही एक सपना हैइश्क़ के मुकम्मल होने कावक्त मुन्तजिर रहता हैमगर एक वक्त तकफिर अकसर उसी रफ्तार से दौड़ता हैजो वाकई फितरत है उसकीले आता है एक ऐसे मुकाम परजहां से उस टूटे सपने की किरचियांएक ना- मुक्कमलला- हासिलीऔर अधूरेपन का दर्द समेटे चुभती रहती … Read more

Parveen Shakir Shayari Nasir Kazmi Shayari