बारिश पर कविताएं
सुनो,ये फ़रवरी की बारिशेंये इज़हार का महीनाकुछ कहता है तुमसे भी क्यामौसम ये भीना भीनाझटका है आसमां ने दामन क्याक्या वस्ल को ली है अंगड़ाईयांक्या पैग़ाम है ये जमीन कोमिट जाएंगी तुम्हारी तन्हानियांकोहरे की दुग्धवत पश्मीना शॉल परजो ओस की बूंदों से टंके थेवही मोती हैं क्या ये जमीं परजो कल ओलो की सूरत में … Read more