प्रेम कविता | Hindi Love Poem
तुम मेरे प्रेम मेंयादों के श्रृंगार से सजती हो…तुम मेरी कुछ तो लगती हो… नहीं हासिलतुम्हारी कलाईयों कोमेरी चूड़ियों की खनक…धड़कनों की लय संगइश्क़ की धुनों सी खनकती होतुम मेरी कुछ तो लगती हो… नहीं नसीबतुम्हारी हथेलियों को मेहंदीमेरे नाम की मगर…खुशबू इश्क़ की दावेदार हैसंग- संग तुम भी महकती होतुम मेरी कुछ तो लगती … Read more